Operation Sindoor: बढ़ते तनाव के दौरान जवाबी हमला
6 मई, 2025 को भारत ने एक सैन्य अभियान चलाया: "ऑपरेशन सिन्दूर" जिसने पाकिस्तान और PAK प्रशासन कश्मीर में 9 स्थानों को निशाना बनाया। इस कदम से भारत-पाकिस्तान गतिरोध में उल्लेखनीय वृद्धि हुई और विश्व समुदाय ने इस पर ध्यान दिया क्योंकि इससे संबंधित हलकों में भय भी बढ़ गया।
Background: The Pahalgam Attack
ऑपरेशन सिन्दूर 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम और भारतीय प्रशासित कश्मीर पर एक आतंकवादी हमला था। हताहतों में मुख्य रूप से 26 तक मारे गए हिंदू पर्यटक थे। हमलावरों की पहचान पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा की शाखा के रूप में की गई, जिन्होंने हमले की जिम्मेदारी लेने का दावा किया। भारत ने पाकिस्तान पर ऐसे समूहों को पनाह देने और उनका समर्थन करने का आरोप लगाया था, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था.
जवाबी कार्रवाई में, भारत ने स्थानीय पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया; सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया और सीमा पार बंद कर दिया। पाकिस्तान ने 1972 के शिमला समझौते को रद्द करके, भारतीय राजनयिकों को निष्कासित करके और भारत के लिए हवाई क्षेत्र और व्यापार मार्गों को बंद करके जवाब दिया। ये उपाय 1971 के युद्ध के बाद बिगड़े द्विपक्षीय संबंधों का सबसे बड़ा उदाहरण थे।
Execution of Operation Sindoor
भारतीय सशस्त्र बलों ने राफेल लड़ाकू जेट, SCALP क्रूज मिसाइल और AASM हैमर बमों का उपयोग करके ऑपरेशन सिन्दूर को अंजाम दिया। 23 मिनट तक चले ऑपरेशन में बहावलपुर, मुरीदके, गुलपुर, भिंबर, चक अमरू, बाग, कोटली, सियालकोट और मुजफ्फराबाद जैसी 9 अलग-अलग जगहों को निशाना बनाया गया। भारत ने इन्हें ऐसे हॉट-बेड के रूप में चिह्नित किया था जहां जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी सक्रिय रहते हैं।
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमलों में कम से कम 100 आतंकवादी मारे गए। ऑपरेशन केवल "केंद्रित, मापा और गैर-आक्रामक" प्रकार का था, लेकिन आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के प्रयास में पाकिस्तानी सैन्य लक्ष्यों को लक्षित नहीं किया गया था।
Pakistan's Response
पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई का वादा करते हुए हमलों की "युद्ध कार्रवाई" के रूप में निंदा की। पाकिस्तान वायु सेना ने बताया कि उन्होंने पांच भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया, लेकिन भारत ने इस दावे का खंडन किया। इस घटना के बाद, नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर महत्वपूर्ण तोपखाने गोलाबारी हुई, जिससे दोनों तरफ के नागरिक हताहत हुए। इन झड़पों में कम से कम 12 भारतीय और 5 पाकिस्तानी नागरिक मारे गए।
प्रधान मंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने हमलों को "कायरतापूर्ण" बताया और "संबंधित कार्रवाई" में शामिल होने का निर्णय लिया। इस स्थिति के कारण पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं और उड़ानें रद्द होने तथा बाजार बंद होने से नागरिक जीवन बाधित हो गया है।
International Reactions
बढ़ते संघर्ष को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय काफी चिंतित है। संयुक्त राष्ट्र, साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और रूस ने भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल तनाव कम करने और संचार शुरू करने का आग्रह किया है। मानवतावादी संगठनों ने युद्ध की मानवीय लागत बढ़ा दी है, और दोनों पक्षों से क्षेत्र में शांति और स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया है।
The Significance of the Codename
हिंदू धर्म के अनुसार, कोडनेम "सिंदूर" का सांस्कृतिक अर्थ है जिसका अर्थ है विवाहित हिंदू महिलाओं द्वारा लगाया जाने वाला लाल पाउडर। इसके लिए नाम चयन को पहलगाम हमले के सार से समझाया जा सकता है, जहां इन महिलाओं को विधवा छोड़कर केवल पुरुष मारे गए थे। ऑपरेशन का नाम युद्ध में हुई मानवीय क्षति की याद दिलाता है।
Conclusion
ऑपरेशन सिन्दूर ने भारत-पाकिस्तान के अशांत संबंधों को और अधिक बढ़ा दिया है, क्योंकि दोनों देशों द्वारा सैन्य झड़पें की जा रही हैं। युद्ध में भारी नागरिक क्षति हुई है और दोनों परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच युद्ध बढ़ने की आशंका है। पूरा अंतरराष्ट्रीय समुदाय संयम और कूटनीति की बात कर रहा है ताकि आगे बढ़ने से रोका जा सके और भारत और पाकिस्तान के बीच सदियों पुराने मतभेदों का शांतिपूर्ण समाधान निकाला जा सके।
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